नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
महाशिवरात्रि पर करें राशिनुसार रुद्राभिषेक, जानिए इस शुभ पर्व का महत्व
दोस्तों आज के लेख में हमने श्री शिव जी के लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स तथा विडियो का आनंद लिया। आप अपनी राय या सुझाव हमें कामेंट बाक्स में बता सकते हैं।
काशी में विराजे विश्वनाथ, नंदी ब्रह्मचारी ।
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
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स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
दर्शन देकर, धन्य करो अब, हे त्रिनेत्र महेश्वर
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
अंगो पे विभूति रमाये देखो वो है अवघडदानी
अर्थ- आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई shiv chalisa in hindi नहीं कर सकता।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥